भारत में सीएनजी गाड़ियों की बिक्री में जबरदस्त उछाल: टॉप कंपनी और बिक्री आंकड़े

CNG गाड़ियों की बिक्री रिपोर्ट: पेट्रोल-डीजल के महंगाई में वृद्धि के कारण CNG गाड़ियों की मांग में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल बिकने वाली कारों में CNG कारों का आंशिक हिस्सा 8.80% रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 8.60% और 2020-21 में 6.30% था।
इस बार सबसे अधिक बिकी सीएनजी कारें रिपोर्ट हुईं। पिछले साल इतनी उछाल देखी गई थी कि 6.50 लाख यूनिट्स बेच दी गईं, जिसमें से केवल 3.18 लाख यूनिट्स कारें थीं। 2022 के पहले वित्त वर्ष में, कुल 2.26 लाख सीएनजी कारें बिक गई थीं।
वित्त वर्ष
2022-23 में सीएनजी गाड़ियों की बिक्री में से 2.19 लाख कारें मारुति सुजुकी ने बेचीं, जो 2022 के मुकाबले 24 प्रतिशत अधिक हैं। मारुति सुजुकी का सीएनजी गाड़ियों का बाजार में हिस्सेदारी 69 प्रतिशत है। कंपनी के सीएनजी लाइनअप में एस-प्रेसो, ब्रेजा, ग्रैंड विटारा, स्विफ्ट, डिजायर, बलेनो और एक्सएल6 जैसी गाड़ियां शामिल हैं, जिनमें कंपनी फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी पेशकश कर रही है। इसके अलावा, ह्युंडई मोटर्स ने भी इस सेगमेंट में 55,992 यूनिट्स की बिक्री की है।
टाटा मोटर्स ने भी सीएनजी सेगमेंट में अपनी जड़ें जमाई हैं। वित्त वर्ष 2022 में टियागो और टिगोर के सीएनजी वेरिएंट
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साथ इस सेगमेंट में अपनी प्रवेश की थी, और वहाँ 13 प्रतिशत सेगमेंट में अपना कब्जा कर लिया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में 7,059 यूनिट्स की सीएनजी गाड़ियों की बिक्री की थी, जबकि वित्त वर्ष 2023 में 40,323 यूनिट्स की बिक्री की है, जो 2022 के मुकाबले 471 प्रतिशत अधिक है।
पिछले महीने देश में सीएनजी के दामों में थोड़ी कमी आई थी। इससे सीएनजी गाड़ियों की बिक्री में फिर से बढ़ोतरी की गई है। यह उपलब्धि उन ग्राहकों को प्रभावित कर सकती है जो सीएनजी गाड़ियों के लिए बदले की तलाश में हैं, क्योंकि
प्रयोगशाला के व्यापक संदर्भ में इन गाड़ियों को आकर्षित करने का एक अवसर प्राप्त हो सकता है। सीएनजी की बिक्री में बढ़ोत्तरी उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकती है, क्योंकि यह उपभोक्ताओं को उच्च पेट्रोल और डीजल की कीमतों के चलते महंगाई से छुटकारा प्रदान करने में सहायता कर सकती है। इससे पर्यावरण पर भी अच्छा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि सीएनजी इको-फ्रेंडली विकल्प के रूप में जानी जाती है जो कम निर्माणाधीन इमिशन उत्पन्न करती है। इसलिए, यह वृद्धि उद्योग, उपभोक्ताओं, और पर्यावरण के लिए सबके लिए एक लाभदायक विकल्प साबित हो सकती है।