Air India की खुशखबरी: 1000 से अधिक पायलटों को मिलेगी नौकरी

Air India New Job And Other Updates: एअर इंडिया ने अपनी फ्लीट और नेटवर्क का विस्तार करने के लिए 1000 से ज्यादा पायलटों की भर्ती करने का ऐलान किया है। इस भर्ती में कैप्टन और ट्रेनर्स भी शामिल होंगे। एयरलाइन के पास वर्तमान में 1800 से ज्यादा पायलट हैं। हाल ही में कंपनी ने अपनी फ्लीट बढ़ाने के लिए 470 नए विमान खरीदने का ऑर्डर दिया था।
एअर इंडिया ने पायलटों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन जारी किया है। इसमें यह उल्लेख किया गया है कि वे अपनी A320, B777, B787 और B737 फ्लीट में कैप्टन, फर्स्ट ऑफिसर और ट्रेनर्स के लिए नौकरी के अवसर प्रदान
कर रहे हैं। विज्ञापन में बताया गया है कि 500 से अधिक विमान उनके बेड़े में शामिल हो रहे हैं।
एयर इंडिया के कर्मचारी रिवाइज्ड सैलरी स्ट्रक्चर को लेकर नाराज हैं जबकि एयरलाइन पायलटों की भर्ती कर रही है। यह समस्या उठाने के लिए, 1,500 से अधिक पायलटों ने रतन टाटा को एक पत्र लिखा है और उन्होंने कंपनी के HR विभाग की शिकायत की है।
हाल ही में एयर इंडिया ने अविस्मरणीय इतिहास रचने के लिए अपने नाम पर सबसे बड़ी डील की है, जिसमें लगभग 470 विमान शामिल हैं। इस उल्लेखनीय ऑर्डर के तहत फ्रांस की एयरबस कंपनी से 250 एयरक्राफ्ट और अमेरिकी कंपनी बोइंग से
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220 एयरक्राफ्ट खरीदे जाएंगे। 31 विमानों की सेवा साल के अंत तक चलेगी जबकि बाकी विमान 2025 मध्य तक दिए जाएंगे।
टाटा ग्रुप की चार एयरलाइंसें हैं जिनके पास 220 एयरक्राफ्ट हैं। ये एअर इंडिया, एयर एशिया इंडिया, विस्तारा और एअर इंडिया एक्सप्रेस हैं। इनमें से 172 नैरो बॉडी और 48 वाइड बॉडी हैं। 45 वाइड बॉडी जेट ओवरसीज ट्रैवल सेगमेंट के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
कंप्यूटर इंडिगो के पास 300 एयरक्राफ्ट हैं जो डोमेस्टिक और छोटी दूरी के गंतव्यों के लिए इस्तेमाल होते हैं। इंडिगो मार्केट लीडर है और उनका शेयर 54.9% है। टाटा ग्रुप की एयरलाइंसें डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक के 26% पर कंट्रोल रखती हैं।
ओवरसीज ट्रैवल सेगमेंट में एअर इंडिया की मोनोपॉली है। विशेष रूप से अमेरिकी और यूरोपीय गंतव्यों में सभी भारतीय कैरियरों के पास कुल 800 विमान हैं, जिसमें से 500 विमान एयरबस के नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट होते हैं।
एअर इंडिया अब ग्लोबल एविएशन इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनना चाहता है। उसका लक्ष्य है नए एयरक्राफ्ट को उपयोग करके अपनी सेवाएं दुनिया के दूरस्थ डेस्टिनेशंस तक पहुँचाना। अभी तक विदेशी एयरलाइंस का दबदबा इस मार्केट में जारी है और वे मार्केट के बड़े हिस्से को अपने कब्जे में रख रही हैं।भारतीय एयरलाइन के इस मार्केट में प्रवेश से गल्फ के कैरियर्स भी सीधे भारतीय एयरलाइन से प्रतिस्पर्धा करेंगे।